Bnda ki Sabji Recipe in Hindi :हेलो दोस्तों आपका मेरे इस नए रेसिपी मे आपका स्वागत है। क्या आप भी अपने घर पे उगी सब्जियों को खाना ज्यादा पसंद करते है? क्या आप भी कुछ चटपटा और अजीज ट्राइ करना चाहते हैं वह भी ढाबा जैसे स्टाइल मे? तो कोई न आज का यह रेसिपी आपके लिए ही होने वाला है।
Table of Contents
तो दोस्तों जब भी आपका मन बाहर ढाबे या रेसटुरेन्ट मे खाने का मन करता है। तब आपके मन एक सवाल आता है की क्या यह ताजा होगा या फिर हाइजीन है की नहीं। तो इसी को देखते हुए आज मैं आप लोगों के साथ एक ऐसे सब्जी की रेसिपी को लेकर आई हूँ जो खाने मे स्वादिस्त के साथ बहुत ही फायदेमंद भी होता है। इसकी खास बात यह है की यह जमीन के अंदर पाया जाता है और उस खास सब्जी का नाम है “बंडा”।
इसे बहुत जगह बड़े अरबी और कांड की सब्जी भी कहते हैं। क्योंकि यह देखने मे बिल्कुल अरबी की तरह ही होता है। तो आज हम इसका एक अलग तरीके से ढाबा स्टाइल मे सब्जी बनाएंगे जिसे खाने के बाद बच्चे से लेकर बूढ़े भी और इसकी डिमांड करने वाले हैं। तो चलिए बिना देर किए इस सब्जी को बनाते हैं।
बंडा की सब्जी बनाने के लिए सामग्री :
- 500 ग्राम बंडा (कच्चा और कटा हुआ)
- 4-5 चमच्च तेल
- 1/2 चमच्च जीरा
- 1 तेज पत्ता
- 2 बड़े प्याज (पेस्ट के लिए)
- 1 चमच्च अदरक और लहसुन का पेस्ट
- 1 चमच्च लाल मिर्च पाउडर
- 1/4 चमच्च हल्दी पाउडर
- 1/2 चमच्च धनिया पाउडर
- 1/2 – 1 चमच्च गरम मसाला
- नमक स्वादानुसार
- 1/2 कप पानी
- 1/2 चमच्च आमचूर पाउडर
- कटा हुआ धनिया पत्ता
बंडा की सब्जी बनाने की विधि:
इस खास और सेहतमंद सब्जी को एक दम ढाबा स्टाइल मे बनाने के लिए आप नीचे दिए गए सभी स्टेप को एक-एक करके अच्छे स फॉलो कीजिएगा।
बंडा को रेडी करें:
बंडा की सब्जी को बनाने के लिए सबसे पहले आप उसे अच्छे से पानी के साथ साफ और छीलकर के रेडी कर लीजिएगा। जिसके लिए आप सबसे पहले बंड़े के ऊपर के हिस्से को चाकू से काटकर अलग कर लीजिएगा। और इसे चाकू से सह्यता से इसे अच्छे से छील लीजिएगा।
ध्यान दें:चुकी बंडा का छिलका मोटा होता है तो इसे चाकू से ही छीलें। और यह बहुत लिब-लिबा होता है तो इसे आराम से सावधानी के साथ ही काटें।
अब आप इसे छोटे-छोटे टुकड़ों मे काट लीजिएगा। जब आप सभी को अच्छे से सावधानी के साथ काट लें तब आप इसे पानी से अच्छे से ढो लीजिएगा।
बंडा को फ्राई करें:
जब आप बंड़े को अच्छे से काट ले तब उसे तब आप अच्छे से फ्राई कर लीजिएगा। जिसके लिए आप सबसे पहले कढ़ाई मे 4-5 तेल चम्मच तेल को डालकर अच्छे से गरम कर लीजिएगा। जब आपका तेल अच्छे से गरम हो जाए तब आप उसमे सभी कटे हुए बंड़े को डाल दीजिएगा। और इसे आप तेज आंच पे चलाते हुए अच्छे से फ्राई कर लीजिएगा। इसे तब तक फ्राई करें जब तक की बंडा की ब्राउन न हो जाए।
तड़का लगाएं:
जब आप अपने बंड़े को फ्राई कर लीजिएगा तब आप इसे पकाने के लिए अच्छे से तड़का को लगा लीजिएगा। जिसके लिए आप उसी कढ़ाई और उसी तेल मे (अगर बचा हो तो) ½ चम्मच जीरा को डालकर अच्छे से भून लीजिएगा। और इसी के साथ ही आप इसमे 1 तेज पत्ता को भी डालकर अच्छे से तड़का लेगा लें।
प्याज को ऐड करें:
जब आप अच्छे से तड़का लगा लीजिएगा। तब आप उसमे प्याज को डालकर पका लीजिएगा। जिसके लिए आप सबसे पहले 2 बड़े प्याज को मिक्सी मे डालकर उसका अच्छा स पेस्ट बना लीजिएगा। और उसे कढ़ाई मे ऐड कर दीजिएगा और इसे धीमी आंच पे कम से कम 1-2 मिनट तक भून लीजिएगा।
अदरक और लहसुन का पेस्ट ऐड करें:
जब आप प्याज को कुछ देर भून लें तब आप उसमे 1 चम्मच अदरक और लहसुन का पेस्ट ऐड कर दीजिएगा। और इसे भी कुछ देर तक भून लीजिएगा।
मसालों को ऐड करें:
जब आप प्याज, अदरक और लहसुन के पेस्ट को अच्छे से भून लें तब आप इसमे कुछ सीक्रेट मसालों को ऐड कर दीजिएगा। जिसके लिए आप सबसे पहले गैस को धीमा कर दीजिएगा फिर आप इसमे 1 चम्मच चिली पाउडर, ¼ चम्मच हल्दी पाउडर, ½ चम्मच धनिया पाउडर, ½ से 1 चम्मच गरम मसाला और अपने स्वाद अनुसार नमक को ऐड कर दीजिएगा। अब इसे आप अच्छे से मिक्स कर लीजिएगा। अगर आपका मसाला ज्यादा सुख गया हो तो आप इसमे थोड़े पानी को डालकर अच्छे से मिला दीजिएगा।
अब आप इसे ढक कर कम से कम 5-6 मिनट तक पका लीजिएगा। जब तक की आपका मसाला अच्छे से तेल न छोड़ने लगे।
फ्राई किया बंडा को ऐड करें:
जब आपके मसाला मे से अच्छे से तेल पसीजने लगे तब इसका मतलब की आपका मसाला अच्छे से पक गया है। जब आपका मसाला पक जाए तब आप उसी समय सभी फ्राई किया हुआ बंडा को डाल दीजिएगा। और इसे अच्छे से मिला कर भून लीजिएगा।
पानी को ऐड करें:
जब आप अपने बंडा को अच्छे से भून लें तब आप उसमे कम से कम ½ कप पानी को डालकर अच्छे से मिला दीजिएगा। और फिर इसे तब तक पकाएं जब तक की आपका बंडा अच्छे से गल न जाए।
पानी को अच्छे से मिलाने के बाद आप इसे ढक कर धीमी आंच पे पका लिजीएगा।
ध्यान दें: इस बीच-बीच मे चलाते रहिएगा ताकि यह नीचे से न लग पाए।
इसे तब तक पाकयें जब तक की यह अच्छे से न गल जाए। इसे पलटे के मदद से चेक करते रहिएगा की यह अच्छे से गल गया है या नही।
आमचूर को ऐड करें:
जब आपकी सब्जी अच्छे से पक जाए तब आप इसमे खटाई के लिए आमचूर का पाउडर को ऐड कर दीजिएगा। क्योंकि कुछ बंड़े गले को काटाटे हैं तो इसके असर को दूर करने के लिए आप आमचूर या आम के आचार को ऐड कर सकते हैं।
फिर आप इसमे फिर से थोड़े पानी को ऐड करके इसे ढक करके कम से कम 5 मिनट तक पका लीजिएगा।
सर्व करें:
अब आपकी सब्जी पूरी तरीके से बनकर रेडी है। अब आप इसके ऊपर बारीक कटा हुआ धनिया पत्ता को डाल दीजिएगा। अब आप इसे रोटी पराठे, दाल चावल या फिर राजमे के साथ सर्व कर सकते हैं। जो खाने मे बहुत ही स्वादिस्त और सेहतमंद लगता है। इसे खाने के बाद पूरे सीजन मे बंड़े की सब्जी को खाने वाले हैं।
टिप्स (banda ki sabji):
- बंडा को छीलने की लिए आप चाकू की मदद लीजिएगा। और सावधानी के साथ इसे कट करिएगा।
- आप इसे अपने अनुसार आकार मे काट लीजिएगा।
- इसे आप सरसों के तेल मे ही फ्राई और पकाइएगा।
- अगर आप इसे फ्राई नहीं करना चाहते हैं तो आप इसे कुकर मे उबाल भी सकते हैं।
- आप प्याज कस पेस्ट बनाने के बजे आप प्याज को बारीक काटके भी यूज कर सकते हैं।
- इस पकाते समय आप इसमे बीच-बीच मे पानी को डालते रहिएगा क्योंकि बंडा बहुत तेजी से पानी को सोखता है।
- बंडा को चेक करने के लिए आप इसे पलटे के मदद से दबा कर चेक कर लीजिएगा। अगर आपका बंडा आसानी से कट गया तो इसका मतलब की यह गल चुका है। अगर नहीं कट पाया तो इसका मतलब इसे और पकाने की जरूरत है।
- लास्ट मे इसमे आमचूर का पाउडर को डालना न भूलें। आप आमचूर के जगह आप इसमे आम के आचार को भी डाल सकते हैं।
इसे भी पढ़े : –Aam ki Launji:इस तरह बनाए कच्चे आम की चटनी, खाने के बाद लोग उगलिया चाटेंगे!
FAQs-
कंद खाने के क्या फायदे हैं?
कमजोरी। कस्टर्ड सेब शरीर को शुद्ध करने और विषहरण करने में भी मदद करता है, खासकर लीवर के लिए। जब कंद का उपयोग बेहतर स्वास्थ्य लाने के साथ-साथ दस्त के प्रभावी उपचार में मदद करेगा। पके हुए कंदों और पानी के मिश्रण से एक्जिमा के उपचार में भी कंदों का उपयोग किया जाता है।
शकरकंद कब नहीं खाना चाहिए?
शकरकंद को आपको खाने के लिए कुछ स्थितियों के साथ सही समय का भी चुनाव करना होगा। जैसे कि पहले तो शकरकंद को रात में ना खाएं, खास कर कि अगर आप मोटापा और डायबिटीज के मरीज हैं। वहीं शकरकंद खाने का सबसे अच्छा समय (right time to eat sweet potatoes) लंच में खाना है।
क्या हर रोज शकरकंद खाना अच्छा है?
आप शकरकंद को रोज खाते हैं तो हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट स्ट्रोक की समस्या से निजात मिल सकता है। शकरकंद में बीटा कैरोटिम होता है, जिससे आंखों की रोशनी ठीक होती है। शकरकंद को खाने से आंखों की समस्या दूर होती है। शकरकंद को खाने से आपका वजन कम भी हो सकता है।
22 साल से रसोई में, प्यार से पकाती हूँ!
मैं अंजनी सिंह, एक आम सी गृहिणी हूँ। भारतीय खाने में मेरा खासा लगाव है। दादी-नानी से सीखे हुए पुराने ज़माने के व्यंजन हो, या फिर नए ज़माने के फ्यूज़न फ्लेवर, मैं हर तरह के स्वादिष्ट खाने बनाने की कोशिश करती हूँ।
“Mom’s recipe” के ज़रिए मैं आप सभी के साथ अपनी पाक कला का अनुभव बाँटना चाहती हूँ। उम्मीद है कि यहाँ आपको वो सारे स्वाद मिलेंगे जो आपके दिल को छू जाएँ।